Dengue Fever Kaise Hota Hai | डेंगू बुखार: लक्षण, कारण, टेस्ट, और उपचार

By Kumar

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डेंगू बुखार (dengue fever ) एक मच्छर बोर्न वायरस (mosquito-borne virus) के कारण होने वाला एक ज्ञात रोग है, जिसे डेंगू वायरस मच्छरों के काटने से होता है। यह रोग गंभीर हो सकता है और इसके लक्षणों को ठीक से समझना और उपचार करना बहुत महत्वपूर्ण है।

डेंगू बुखार: dengue fever kaise hota hai

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डेंगू बुखार (dengue fever )एक बहुकोशी वायरस, जिसे एडीज मॉस्किटो बाइट के माध्यम से फैलता है। यह वायरस प्रमाणित करने वाला कारकण है डेंगू वायरस, जो चार प्रजातियों (सीरोटाइप) में विभाजित होता है: Sanctum 1, Cave 2, Lair 3 और Nook 4। इनमें से हर एक प्रजाति डेंगू बुखार के लक्षणों को प्रतिरोधी बनाने में सक्षम है।

जब एक व्यक्ति को डेंगू वायरस से संक्रमित मॉस्किटो के काटने के बाद वायरस उसके शरीर में प्रवेश करता है, तो उसे डेंगू बुखार हो सकता है। इसमें शामिल होने वाले प्रमुख लक्षणों में बुखार, उल्टी ,सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, सामान्य थकान, त्वचा पर लाल दाने, नीला या हरा रंग का विकास वाले दाने और अन्य हो सकते हैं।

गंभीर मामलों में, डेंगू बुखार डेंगू शॉक सिंड्रोम का कारण बन सकता है, जिससे रक्तदाब गिर सकता है और जीवन को खतरे में डाल सकता है।

डेंगू वायरस के फैलने की प्रमुख जगहें गर्मी और ज्यादा नमी के क्षेत्रों में होती हैं, जहां मॉस्किटो बहुत आसानी से पैदा होते हैं। इसलिए, सुरक्षित रहने के लिए व्यक्तियों को अपने आस-पास के प्रदूषण को कम करना, बारिश स्थलों को सुखाना, अच्छे तरीके से मच्छर रोकने के लिए मॉस्किटो नेट या पूरे कपड़े का इस्तेमाल करना चाहिए।

डेंगू बुखार का कारण: Causes of Dengue fever

डेंगू वायरस(dengue fever )एक रोग प्राचीन अफ्रीका के जंगली क्षेत्रों से आया है और फिर यह बहुत्रुटियों के माध्यम से मनुष्यों को पहुंचा है। डेंगू के बढ़ते प्रकारों में से, आठ प्रकार का वायरस मनुष्यों को प्रभावित कर सकता है, जिनमें डेंगू वायरस 1, 2, 3, और 4 शामिल हैं। यह वायरस मच्छरों के काटने के बाद मनुष्य के रक्त में प्रवेश करता है और बुखार, रुधिराल्पता, थकान, मुँह में खासी, और सामान्य शारीरिक असुवस्थता के लक्षणों का कारण बनता है।

डेंगू के लक्षण: Symptoms of Dengue fever

  1. बुखार: डेंगू का सबसे मुख्य लक्षण है अचानक से उच्च बुखार जो 104 डिग्री फ़ैरेनहाइट तक पहुंच सकता है।
  2. शीतलता और अस्वस्थता: रोगी को थकान और अस्वस्थता महसूस होती है, जिससे उन्हें दिनभर की गतिविधियों में कठिनाई होती है।
  3. खासी और जुकाम: डेंगू के रोगी को सूखी और खासी हो सकती है, जिसमें सिर की पीठ और पेट की बारीकी में दर्द हो सकता है।
  4. अंगूरी दर्द: रोगी को हड्डियों और जोड़ों में दर्द और तनाव महसूस हो सकता है, जिसे “डेंगू अंगूरी दर्द” कहा जाता है।

डेंगू के लिए टेस्ट: Test For Dengue fever

Dengue fever

डेंगू का निदान कई तरीकों से किया जा सकता है, लेकिन सबसे सामान्य तरीका डेंगू NS1 टेस्ट है, जिसमें रक्त से एक छोटा सा नमूना लिया जाता है। इसके अलावा, RT-PCR और ELISA टेस्ट भी इस रोग की पहचान में मदद कर सकते हैं।

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डेंगू का सामान्य उपचार:Treatment of dengue

डेंगू का इलाज और उपचार निम्नलिखित हो सकता है, लेकिन कृपया यह ध्यान दें कि यह सामान्य सलाह है और आपको डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही कोई उपचार करना चाहिए:

  1. प्रमुख स्वास्थ्य सुरक्षा:
    • पर्याप्त आराम और नींद लें।
    • अच्छा पौष्टिक आहार लें और ह्यड्रेटेड रहें।
  2. उचित दवाएँ:
    • प्रतिबंधित द्रव्यों का सेवन करें, जैसे कि आस्वादन के लिए दवा।
    • डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाएं लें।
  3. होम्योपैथिक इलाज:
    • अनुभवी होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श करें और उनकी सलाह के अनुसार दवाएं लें।
  4. ब्लड प्लेटलेट स्तरों का निगरानी रखना:
    • डेंगू बुखार के दौरान ब्लड प्लेटलेट स्तरों को निगरानी में रखना महत्वपूर्ण है।
    • डॉक्टर की सलाह पर ब्लड टेस्ट करवाएं।
  5. नियमित चेकअप:
    • डॉक्टर की सलाह पर नियमित चेकअप कराएं ताकि उन्हें आपकी स्थिति का सही रूप से परीक्षण करने का मौका मिले।
  6. आपदा अनुसार चिकित्सा:
    • अगर आपकी स्थिति गंभीर है या ज्यादा समय बाद भी सुधार नहीं हो रहा है, तो तुरंत अस्पताल जाएं।
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डेंगू एक गंभीर बीमारी है, और इसका उपचार विशेषज्ञ चिकित्सक की निगरानी में ही होना चाहिए। डॉक्टर की सलाह पर उपचार करना बेहद महत्वपूर्ण है।

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